तीन राज्यों में भाजपा की हार के साथ ही उसे गठबंधन सहयोगियों के बीच विरोधी स्वर उठने लगे हैं। उपेंद्र कुशवाहा के बाद बिहार में एनडीए के एक और सहयोगी एलजेपी ने भी ने भी ”बागी” तेवर दिखाए हैं।
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के संसद चिराग पासवान ने जो ब्यान अब दिया है उससे भाजपा खासकर पीएम मोदी और अध्यक्ष अमित शाह की चिंता बढ़ सकती है। लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने एक ट्वीट कर कहा है कि टीडीपी और आरएलएसपी के एनडीए गठबंधन से जाने के बाद यह नाजुक मोड़ से गुज़र रहा है। ऐसे समय में भाजपा गठबंधन में फ़िलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीक़े से दूर करे।”
बिहार में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ही बची हैं। चिराग का यह ब्यान तीन राज्यों में भाजपा की जबरदस्त हार के बाद आया है लिहाजा इसके राजनीतिक मायने देखे जा रहे हैं।
चिराग ने साफ़ तौर पर भाजपा पर हिंदुत्व का एजेंडा आगे करने को लेकर नाखुशी जताई है। चिराग का कहना है कि एनडीए का एजेंडा हमेशा विकास रहा है पर इस पर राम मंदिर, हनुमान को लेकर विवादित बयान के हावी होने पर जनता भी कहीं न कहीं इससे दिग्भ्रमित होती है और निराश होती है क्योंकि वे आपसे इस तरह की उम्मीद नहीं करते। यह भी माना जाता है कि बिहार में लोकसभा सीटों को लेकर भी कोइ ठोस बात भाजपा की तरफ से नहीं हुई है जिससे एलजेपी खफा है।