नागालैंड में रविवार को फाइरिंग की घटना में 13 नागरिकों की मौत पर सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान इस घटना पर कांग्रेस और विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में इस विषय पर गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर गहरा दुःख जताते हुए सदन को बताया कि इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जो एक महीने के भीतर जांच पूरी करके रिपोर्ट पेश करेगी।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं। उधर भारतीय सेना ने मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया है और घटना पर गहरा खेद जताया है।
नागालैंड फायरिंग पर कांग्रेस और विपक्ष के हंगामा करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दिए बयान में कहा – ‘उन्हें संदिग्ध समझते हुए फायरिंग हुई थी। भारत सरकार नागालैंड घटना पर गहरा खेद और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताती है। घटना की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे एक महीने के अंदर जांच पूरी करने को कहा गया है।’
शाह ने कहा – ‘सभी एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि भविष्य में विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय इस तरह की किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। वाहन में सवार 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह गलत पहचान का मामला है। दो अन्य घायलों को सेना ने निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल किया। इसके बाद जब स्थानीय ग्रामीणों को घटना की खबर मिली तो उन्होंने सेना की यूनिट को घेर लिया।’
गृह मंत्री ने कहा कि सेना ने घटना के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच शुरू कर दी है और कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी। शाह ने कहा – ‘घटना की जानकारी मिलते ही मैंने तुरंत राज्यपाल और मुख्यमंत्री से संपर्क किया। गृहमंत्रालय ने मुख्य सचिव और डीजीपी से भी संपर्क किया। स्थिति पर घटना के बाद से ही कड़ी नजर रखी जा रही है और पूर्वोत्तर के प्रभारी अतिरिक्त सचिव को कोहिमा भेज गया है।’
उधर लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नागरिकों की हत्या का मामला उठाया और सरकार से इसपर जवाब देने को कहा। नगालैंड की घटना पर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ। वहां कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की कि गृह मंत्री दोनों सदनों में घटना पर विस्तृत ब्यान दें।’
इस बीच फायरिंग की घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा – ‘भारत सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।’
राहुल गांधी ने एक ट्वीट में सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया – ‘यह बहुत ही दुखद है। भारत सरकार को सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिए। जब अपने ही घर में न आम लोग और न ही सुरक्षाबल सुरक्षित हैं, तो आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है?’