नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा से पास होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में पेश किया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे राज्यसभा में पेश किया।
लोकसभा में सरकार को इस बिल को पास कराने में कोई दिक्कत नहीं हुई, हालांकि राज्यसभा में इसे पास करवाने के लिए सरकार को मशक्कत करनी पड़ सकती है। शिव सेना के रुख के बाद भाजपा की चिंता बढ़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे लेकर विपक्षी नेताओं से चर्चा भी की है
मोदी सरकार बिल पास कराने के लिए पूरी ताकत झौंक रही है। राज्यसभा में बहुमत का जुगाड़ करने के लिए सरकार के रणनीतिकारों ने कई बैठकें की हैं। वहीं, विपक्ष भी राज्यसभा में अपनी ताकत दिखाने का पूरा प्रयास कर रहा है। शिव सेना के रुख के अलावा जेडीयू इ के समर्थन को लेकर खींचतान पर भी भाजपा की नजर है। इन दोनों का रोल राज्यसभा में अहम रहेगायाद रहे नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, जैन, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है। विधेयक से मुस्लिम समुदाय को बाहर रखा गया है जिसपर विपक्ष इसे संविधान के खिलाफ बता रहा है।