अपने ड्राइवर को यह कहकर कि वे कुछ देर टहल कर वापस गाड़ी में आएंगे, लापता हुए मशहूर चेन सीसीडी के संस्थापक मालिक वीजी सिद्धार्थ की मृत्यु हो गयी है। आशंका है उनहोंने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। माना जाता है कि वित्तीय दवाबों के कारण वे कुछ समय से तनाव में दिखने लगे थे।
उनका शव मंगलुरु की नेत्रावती नदी के किनारे मिला है जिसके पास सड़क पर वे अपनी कार से उतरे थे। सिद्धार्थ पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा, जो अब भाजपा के नेता हैं, की दामाद थे
पिछले करीब ३६ घंटे से वे लापता थे जिससे उनके परिवार में भी अशांका बढ़ रही थी। कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के मालिक सिद्धार्थ को ढूंढ़ने की कोशिश नाकाम रहने के बाद पुलिस, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे समेत कुल २०० लोगों की टीम नेत्रावती नदी में सिद्धार्थ को ढूंढ़ने में जुट गयी थीं।
सिद्धार्थ के लापता होने के बाद से ही उनके आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही थी। मंगलुरु पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा कि हमें सुबह एक शव मिला है जिसके बाद परिजनों को इसकी खबर दी गयी है। शव को वेनलॉक अस्पताल में शिफ्ट किया गया है ताकि पोस्टमार्टम हो सके। मामले में जांच की जा रही है।
तीन हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कंपनी कैफे कॉफी डे के मालिक सिद्धार्थ सोमवार की शाम लापता हो गए थे। लापता होने के बाद उनका एक खत भी सामने आया था जिसमें उन्होंने कर्ज के बोझ और मुश्किल परिस्थितियों के आगे हार मानने की बात लिखी थी। एक स्थानीय मछुआरे ने दावा किया था कि उसने शाम ७ बजे के आसपास एक शख्स को नदी में कूदते देखा था जिसके बाद उनकी खोज शुरू की गयी।