राम मंदिर पर शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय में होने वाली सुनवाई टल गयी है। अब इस मामले में सुनवाई १० जनवरी को होगी। सुनवाई एक बेंच करेगी जिसका गठन अभी किया जाएगा। इस बेंच में तीन न्यायाधीश हो सकते हैं।
शुक्रवार को इलाहाबाद उच्च नयायलय के फैसले को चुनौती देने वाली १४ याचिकाओं की सुनवाई होनी थी लेकिन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि १० जनवरी से पहले या उस दिन तीन जजों की अप्प्रोप्रियेट बेंच इस मामले की सुनवाई के लिए गठित की जाएगी।
राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन मुख्या न्यायाधीश ने कहा इस मामले की सुनवाई के लिए बेंच बनाई जाएगी वही सुनवाई करेगी। पिछली सुनवाई के दौरान सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने मामले की सुनवाई की तारीख और बेंच पर फैसला करने की बात कही थी।
नए साल पर पीएम मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार फ़िलहाल राम मंदिर को लेकर कोइ अध्यादेश नहीं लाएगी और सर्वोच्च न्यायालय में चल रहे मामले से आने वाले फैसले का इन्तजार करेगी। हालाँकि, हिन्दू संगठन सरकार पर अध्यादेश लाने का लगातार दवाब बना रहे हैं। पीएम का ब्यान आने के बाद भी उन्होंने मोदी से अपने फैसले पर दोबारा विचार को कहा। है
गौरतलब है कि सर्वोच्च अदालत ने पिछले साल २९ अक्टूबर को कहा था कि यह मामला जनवरी के प्रथम सप्ताह में उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध होगा, जो इसकी सुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित करेगी। मुख्या न्यायाधीश रंजन गोगोई और जस्टिस संजय किशन कौल की पीठ ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के सितंबर २०१० के फैसले के खिलाफ दायर १४ अपीलों पर सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय जजों की पीठ गठित किए जाने की उम्मीद है।