कर्नाटक के धारवाड़ में निर्माणाधीन इमारत हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर ११ हो गयी है। इमारत के ढह जाने का यह हादसा मंगलवार का है लेकिन इसमें लोगों के दबे होने से शव निकलने में वक्त लग रहा है। किसी के बचने की सम्भावना भी हो सकती है।
ईमारत गिरने से इसके नीचे कई लोग दब गए थे। गुरूवार को और शव निकलने के बाद मरने वालों की संख्या ११ हो गयी। अभी भी १० और लोगों के कई टन सीमेंट और गारे के मलबे में फंसे होने की आशंका है। हादसे में ४० से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। प्रदेश कांग्रेस ईकाई के नेता विनय कुलकर्णी इस इमारत के मालिकों में से एक है।
इस हादसे पर पुलिस का कहना है कि मंगलवार शाम लगभग ४ बजे इमारत गिरने से कई लोग उसमें दब गए थे। अब तक उसमें ११ लोगों के शव निकले हैं। साथ लोगों को अब तक बचाया जा चुका है और उनमें कुछ हलके घायल हैं जबकि १५ को गंभीर चोटें आई हैं। उनका जिले के अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
सीएम कुमारस्वामी के मुताबिक लोगों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की २५ सदस्यों की टीम लखनऊ से विशेष उड़ान से घटनास्थल पर लाई गयी है। दुर्घटना के कारणों की जांच चल रही है। दबे लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है हालाँकि उनकी कुशलता के बारे में अभी कुछ कहना मुश्किल है क्योंकि वे भारी मलबे के नीचे दब गए हैं।