नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगी। देश के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार मुर्मू ने विपक्ष के साझे उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हरा दिया। मुर्मू को 6 लाख 76 हजार 803 जबकि सिन्हा को महज 3 लाख 80 हजार 177 वैल्यू के वोट मिले।
मुर्मू को चुनाव में कुल 2824 जबकि सिन्हा को 1877 प्रथम वरीयता के वोट मिले। चौथे राउंड में सिन्हा को मुर्मू से ज्यादा वोट मिले, हालांकि, मुर्मू की पहले के तीन राउंड की बढ़त इतनी ज्यादा थी कि इससे कोई अंतर नहीं पड़ा।
लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर 776 सांसदों के वोट मान्य थे जिनमें 15 मत रद्द हो गए। कुछ सांसदों ने वोट नहीं डाला। इस तरह कुल 748 सांसदों के 5,23,600 वैल्यू तक के वोट काउंट हुए। मुर्मू को 72 फीसदी सांसदों का समर्थन मिला। मुर्मू विपक्ष के प्रत्याशी सिन्हा से हुए मुकाबले में कुल वोटों में से 64.03 फीसदी वोट हासिल कर विजयी घोषित हुई हैं।
यशवंत सिन्हा को देश के तीन राज्यों में एक भी वोट नहीं मिला जबकि देश का कोई ऐसा राज्य नहीं रहा, जहां मुर्मू को वोट न मिला हो। केरल में बेशक कुल 140 विधायकों में मुर्मू को सिर्फ एक वोट मिला।
आंध्र प्रदेश में जिन 173 विधायकों ने वोट डाला उन सभी ने मुर्मू को वोट दिया। नगालैंड में सभी 59 और सिक्किम के सारे 32 विधायकों ने भी मुर्मू को वोट डाला। सिन्हा को विपक्ष के ही कई वोटों के क्रास होने से नुक्सान उठाना पड़ा।