जिन छात्रों पर रेप का आरोप लगा है वे सभी नाबालिग बताये जा रहे हैं। वे सभी पीड़िता के सीनियर हैं। जैसे ही छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी एसएसपी निवेदिता कुकरेती के संज्ञान में आई उन्होंने जांच के आदेश जारी किये। पुलिस एसडीएम विकासनगर और बाल कल्याण समिति के साथ स्कूल पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई। स्कूल और हॉस्टल में प्राथमिक जांच के बाद घटना के सही होने के संकेत मिले। पुलिस ने स्कूल और हॉस्टल प्रबंधन से भी पूछताछ की। मामला दून के ग्रामीण इलाके में स्थित एक बोर्डिंग स्कूल का है।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बोर्डिंग में पड़ने वाली इन दोनों बहनों की पेरेंट्स के बीच कथित तौर पर झगड़ा है और इसी के चलते उन्होंने बोर्डिंग में दाखिल कर रखा है। कुछ रोज पहले छोटी बहन की तबीयत खराब हुई तो उसने बड़ी बहन को सारी घटना की जानकारी दी और उसपर दुष्कर्म करने वाले छात्रों के नाम भी बताये। स्कूल प्रबंधन को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली उनके पैरों टेल ज़मीन सरक गयी। लेकिन बजाये पुलिस को बताने के उन्होंने मामले को दबाने की तैयारी कर ली। आरोप है कि प्रबंधन के लोगों ने छात्र पर गर्भपात करवाने का दबाव डाला। छात्र काफी दिन से अपने खिलाफ हुए दुष्कर्म को लेकर प्रवंधन को बता रही थी लेकिन कुछ नहीं किया गया। उलटे उसे मुंह बंद रखने को कहा गया। प्राथमिक जांच में घटना के सही होने के संकेत मिलते ही छात्रा का मेडिकल कराया गया। मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।