असमंजस ही विलंब का कारण बनता है। सरकार जितना विलंब करेगी मामला उतना ही गहराता जायेगा। अग्निपथ को लेकर जो अग्निकाल का दौर चल रहा है। इससे देश के युवाओं का भविष्य अधर में लटका जा रहा है। पूरे देश में अग्निपथ को लेकर विरोध-प्रदर्शन का दौर चल रहा है। ट्रेन, बसें और ट्रकों के साथ-साथ सरकारी दफ्तरों में आग लगाई जा रही है। लेकिन सरकार सियासत कर रही है।
सरकार विरोधियों पर आरोप लगा कर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है। लेकिन ये जनता है कि सब जानती है। जानकारों का कहना है कि सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेना चाहती है। और छात्र संगठन विरोध -प्रदर्शन नहीं रोकना चाहती है। ऐसे में पूरे देश में एक अजीब सा माहौल बना हुआ है। लोगों को ट्रेनों में यात्रा करने से डर लग रहा है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने तहलका संवाददाता को बताया कि सरकार ने जो भी अग्निपथ -अग्निवीर को लेकर स्कीम लाई है। वो भी चार साल के लिये इससे तो बात बनने वाली नहीं। ऐसे में सरकार बिना विलंब किये जो भी निर्णय लिया उसको तत्काल वापस होना चाहिये। अन्य़था देश में विरोध की लपटें तेज होती जायेगी। उन्होंने बताया कि 90 के दशक में जो माहौल पूरे में आरक्षण को लेकर बना था। वहीं माहौल आज अग्निवीर को लेकर बना हुआ है। अरबों रूपये की सरकारी और निजी सम्पत्ति को नुकसान किया जा रहा है।