देश में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने लिया अहम फैसला

अंजलि भाटिया 

नई दिल्ली,6जून – देश में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श नितिन गडकरी ने आदेश जारी किया है कि देश के उन दो लेन राष्ट्रीय राजमार्गों, जिन्हें असुरक्षित माना जा रहा है, उन्हें अब चार लेन या छह लेन में बदला जाएगा।डिवाइडर के अभाव में दो लेन राजमार्ग पर सड़क हादसे अधिक होते हैं, जबकि चार लेन-छह लेन राजमार्ग एक्सेस कंट्रोल और डिवाइडर होने के कारण अधिक सुरक्षित माने जाते हैं। इससे सड़क यात्री तेज, सुरक्षित और आरामदेय होगा।

सरकार ने साफ किया है कि वे सभी दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग, जहां हर दिन 10,000 से ज्यादा वाहन पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू ) चलते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर चौड़ा किया जाएगा। ऐसे सभी मार्गों को वार्षिक योजना 2025-26 में शामिल किया जाएगा।

भारत में हर साल 5 लाख से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं, जिनमें करीब 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।

इनमें से 36.2% मौतें राष्ट्रीय राजमार्गों पर, और 24.3% राज्य राजमार्गों पर होती हैं।

सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि दोे लेन राष्ट्रीय राजमार्ग 10 मीटर चौड़े होते हैं। कम चौडाई और डिवाइडर नहीं होने के कारण ओवरटेक के समय वाहनों की आमने-सामने टक्कर होती है। एक्सेस कंट्रोल नहीं होने के कारण साइकिल सवार, पैदल राहगीर, रिक्शा आदि दो लेन राजमार्ग में घुस जाते हैं। यह सड़क हादसों का प्रमुख कारण माना जाता है। वहीं चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग 14.8 से 15.6 मीटर तक चौड़े होते हैं। जबकि छह लेन राजमार्ग 60 चौड़े होते है ।

इसके विपरीत इन राजमार्गे पर डिवाइडर, एक्सेस कंट्रोल व पेश शोल्डर का प्रावधान होने से सड़क हादसों का खतरा कम होता है।

मंत्रालय के अनुसार, देशभर में लगभग 25,000 किलोमीटर ऐसे दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिन्हें चौड़ा करने की योजना है। अनुमान के मुताबिक, इन्हें चार या छह लेन में बदलने में करीब 10 लाख करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। हालांकि, वास्तविक लागत का पता डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार होने के बाद ही चलेगा।

मंत्रालय ने 10,000 से ज्यादा पीसीयू दबाव वाले सभी दो लेन राष्ट्रीय राजमार्गों की पहचान और अध्ययन शुरू कर दिया है। इसके बाद विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जाएगी और निर्माण कार्य शुरू होगा।