भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शनिवार को एक करोड़ के पार हो गया है। इस मामले में हम दुनिया के 220 देशों में जारी करने वाले कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर हैं। अमेरिका में एक करोड़ का आंकड़ा सबसे पहले 290 दिनों में पहुंच गया था। जबकि भारत में इस आंकड़े तक पहुंचेन में 324 दिन लगे हैं। देश में शनिवार को कुल मरीज 1,00,04,599 हो। इसी साल केरल में 30 जनवरी को पहला मरीज मिला था।
अपेन देश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 3.05 लाख रह गई है। इनका अस्पताल में या फिर होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। बाकी 95.41% संक्रमित अब ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.45% मरीजों की संक्रमण के चलते जान जा चुकी है। दुनिया में सक्रिय मरीजों की संख्या 2 करोड़ है। सबसे ज्यादा 60 लाख अमेरिका, इसके बाद 21 लाख फ्रांस, 7 लाख ब्राजील, 6.67 लाख इटली, 5.51 लाख बेल्जियम, 5.09 लाख रूस, 3.68 लाख यूक्रेन, 3.35 लाख जर्मनी में हैं।
ठीक होने वो मरीजों में भारत दुनिया के शीर्ष पांच संक्रमित देशों में पहले नंबर पर है। यहां अब तक 95.41% लोग ठीक हो चुके हैं। ब्राजील में 87%, रूस में 79.6%, अमेरिका में 58.4% संक्रमित बीमारी को मात दे चुके हैं। सबसे खराब स्थिति फ्रांस की है, जहां अब तक केवल 7.5% मरीज ही ठीक हुए हैं।
अगस्त तक 13 हजार करोड़ रुपये में 30 करोड़ लोगों को टीका
कोरोना को मात देने के लए देश में जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय संकेत दु चुका है कि अगले कुछ हफ्ते में कुछ वैक्सीन को इमरजेंसी यूज के लिए अनुति मिल सकती है। दो कंपनियां पहले ही इसके लिए आवेदन कर चुकी हैं। छह और वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के एडवांस स्टेज में हैं। वहीं, वित्त मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक, अगस्त तक 30 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार 13 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। पहले फेज का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। बिहार और केरल सरकार पहले ही कह चुके हैं कि वे अपने राज्यों में लोगों के टीके का खर्च खुद उठाएंगी।