कोलकाता में सोमवार शाम सीबीआई बनाम पुलिस की जबरदस्त जंग के बीच पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास के बाहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया है कि देश में एमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं और मोदी सरकार अब पुलिस अधिकारियों को भी प्रताड़ित कर रही है। ममता देर शाम मोदी सरकार के सीबीआई के इस ”दुरुपयोग” के खिलाफ धरने पर बैठ गईं।
इस बीच पुलिस ने सीबीआई के उन पांच अधिकारियों को छोड़ दिया है जिन्हें पहले गिरफ्तार कर लिया गया था। करीब ३५ सीबीआई अधिकारी सारदा चिट फण्ड मामले में पुलिस कमिश्नर के घर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। इस बीच कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि ”आज पुलिस कमिश्नर के घर सीबीआई छापे के पीछे मोदी और शाह हैं।” ममता ने साफ़ कहा है कि राजीव कुमार सबसे बेहतरीन अफसरों में एक हैं और मोदी-शाह की जोड़ी देश में एमरजेंसी से बुरी स्थिति बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवल के इशारे पर आज का घटनाक्रम हुआ है। उन्होंने कहा पीएम मोदी इन सब हालात के लिए जिम्मेबार हैं और वे मोदी के हटने तक चुप नहीं बैठेंगीं।
ममता ने यह भी आरोप लगाया है कि सीबीआई प्रमुख मोदी के इशारे पर काम करते हैं। ”सीबीआई पर प्रधानमंत्री का दवाब है।” यह बहुत खराब स्थिति है। उन्होंने (मोदी-शाह) ने संबैधानिक संस्थाओं को तबाह करके रख दिया है।
सीएम ने कहा कि वे सीबीआई के रुख से आहत हैं। कोलकाता में सीबीआई बनाम पुलिस के बीच की आज की घटनाओं पर टिप्पणी की कि सीबीआई बिना सर्च वारंट के यहाँ पहुँची। ”यह बहुत गलत है। मैं सभी राज्य पुलिस संस्थानों से आग्रह करूंगी कि वे केंद्र की मोदी की इस सरकार की ऐसी कार्रवाई के खिलाफ एकजुट हो जाएँ।”
उधर भाजपा ने आज की घटना और पुलिस का इस तरह साथ देने को असंबैधानिक बताते हुए ममता की कड़ी निंदा की है।