पश्चिम बंगाल में दो जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के बाद देश भर में डाक्टरों ने आंदोलन छेड़ दिया है। इस घटना से मेडिकल एसोसिएशन बहुत खफा है बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल का असर देश के अन्य हिस्सों में भी दिखना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अपील के बाद डाक्टरों की एक बैठक थोड़ी देर में होगी जिसमें हड़ताल को लेकर फैसला किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक देश भर में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। कोलकाता से लेकर मुंबई और नई दिल्ली तक डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को मुश्किल झेलनी पड़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि डाक्टरों को अपनी बात कहने है लेकिन उन्हें हड़ताल जैसे विकल्प को नहीं चुनना चाहिए। ”डाक्टर सांकेतिक नाराजगी जतायें। इसे प्रतिष्ठा का विषय न बनाएं। मैं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से भी आग्रह कर रहा हूँ कि वे डाक्टरों की मांगों को सहानुभूति सुनें।”
बंगाल में जूनियर डाक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें काम पर लौटने की चेतावनी दी थी लेकिन शुक्रवार को ममता ने तेवर नरम करते हुए उनसे हड़ताल न करने का आग्रह किया है। वहां अब सीनियर डाक्टर भी हड़ताल पर जा चुके हैं। हालाँकि साथ ही ममता ने डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने को ”भाजपा की साजिश” बताया है। ममता ने कहा – ”भाजपा अब डॉक्टरों को भी अपने जाल में फंसा रही है।”
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल के समर्थन में भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने अखिल भारतीय विरोध दिवस घोषित कर दिया है। राजधानी दिल्ली में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने हड़ताल बुलाई है, जिसका असर एम्स जैसे बड़े अस्पतालों में भी देखने को मिला है। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अलावा पटना और रायपुर एम्स के डॉक्टर भी हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं। ऐसे में देशभर में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सकती हैं।
मुंबई में भी डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है। वहां के डॉक्टरों का कहना है कि वह साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे। न सिर्फ दिल्ली और मुंबई बल्कि पंजाब, केरल, राजस्थान, केरल, बिहार, मध्य प्रदेश में भी डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है। हड़ताल को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिस पर आज सुनवाई होनी है।
देश भर में डाक्टर हड़ताल पर
बंगाल में डाक्टरों की पिटाई से नाराज, ममता ने भाजपा की साजिश बताया