देश के 24 राज्यों के 70 हजार पेट्रोल पंप मालिक आज (मंगलवार) को कंपनियों के विरोध में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से तेल नहीं खरीदने का फैसला किया है। इससे तेल का संकट हो सकता है।
रिपोर्ट्स पेट्रोल पंप डीलर संघ ने ऐलान किया है कि तेल विपणन कंपनियों के पेट्रोल पंपों के कमीशन में कोई बढ़ोतरी नहीं करने के विरोध में वे इन कंपनियों से पेट्रोल और डीजल की कोई खरीद नहीं करेंगे।
एसोसिएशन ने कहा – ’24 राज्यों के पेट्रोल डीलर इस विरोध में शामिल हैं। हालांकि, पर्याप्त स्टॉक होने के कारण आपूर्ति बाधित होने की संभावना कम है।’ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के पेट्रोल डीलर विरोध में शामिल हैं।
एसोसिएशन के मुताबिक डीलर मार्जिन को हर छह महीने में संशोधित किया जाना है, लेकिन ईंधन की कीमतों और परिचालन लागत में भारी वृद्धि के बावजूद ओएमसी ने 2017 के बाद से ऐसा नहीं किया है। केंद्र सरकार के उत्पाद शुल्क में कटौती के माध्यम से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी ने पेट्रोल पंपों पर बोझ डाला है, जिससे और नुकसान हुआ है।