देश के इतिहास में पहली बार आँक्सीजन की किल्लत

कोरोना के बढ़ते मामले दिन पर दिन लोगों को परास्त ही नहीं कर रहे है बल्कि धवस्त कर रहे है। लोगों का कहना है कि स्वतंत्र देश के इतिहास में ऐसी महामारी का कहर, उन्होंने पहली बार ऐसा देखा है। जब लोगों में मौत का डर-भय सता रहा है। तहलका संवाददाता को दिल्ली के अस्पतालों में इलाज कराने मरीजों व उनको परिजनों ने बताया कि अभी तक अस्पतालों में आँपरेशन की तारीख समय पर नहीं मिलने और अस्पतालों में डाँक्टरों की छुट्टी पर होने के कारण इलाज में देरी की खबरें। तो सुनी है। लेकिन पहली बार ऐसा सुना ही नहीं, बल्कि भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है। जब कोरोना होने पर मरीजों को आँक्सीजन गैस की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

इलाज कराने पहुंचे माधव 30 ने बताया कि कोरोना ने सरकार की धांधली और हेल्थ सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। जहां देखों अफरा-तफरी है। हर जगह आँक्सीजन की किल्लत के चलते हाहाकार मचा है। राजनीतिक अपने- अपने, नफा नुकसान को देखते हुये राज्य सरकार केन्द्र सरकार पर आरोप लगा रही है। और केन्द्र सरकार राज्य सरकार पर, ऐसे में कोई समाधान तो होता नहीं है। बल्कि समस्या एक विकराल रूप धारण करती जा रही है। दिल्ली के डाक्टरों ने कहा कि डाँक्टर होने के नाते वे मरीजों का इलाज कर रहे है। अन्यथा सरकार की नीतियों को देखकर तो, उन्हें लगता है कि वे इलाज ही ना करें। ये आँक्सीजन और दवा की किल्लत सरकार की उदासीन रवैया की देन है।जिसका खामियाजा मरीजों को और देशवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

डाँक्टरों और पैरामेडिकल कर्मचारियों का कहना है, कि सरकार ने हेल्थ सिस्टम पर अगर जरा ही ध्यान दिया होता तो, आज ये दिन देखने को नहीं मिलता । जहां देखों मरीज और लाशें ही लाशें। जो लोगों को झझकोर रही है।