प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि ‘देश का मोदी पर भरोसा बना हुआ है क्योंकि मैंने देश के लिए जीवन खपा दिया है, पल पल खपा दिया है। मोदी को जनता के इस समर्थन को समझना इनकी (विपक्ष) समझ से बाहर है।’ उन्होंने पिछले कल कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी की तरफ से व्यापारी अडानी और उनके रिश्तों को लेकर लगाए गए आरोपों पर बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमला बोला, हालांकि, उन आरोपों को लेकर सीधे कुछ कहा नहीं लेकिन उन्हें झूठ बताया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए पीएम ने कहा कि आज स्थिरता है, राजनीतिक स्थिरता है। भारत ने दुनिया में सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया। अपने देशवासियों को फ्री में टीके भी लगवाएं। कई देशों में जहां जरूरत थी, वहां दवा पहुंचाई और जहां वैक्सीन की जरूरत थी, उन्हें वैक्सीन दिया।
मोदी ने कहा कि देश आत्मविश्वास से भर रहा है और गौरव से भर रहा है। चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है। चुनौतियां आती रहती हैं, लेकिन चुनौतियों से ज्यादा मजबूत है 140 करोड़ लोगों का सामर्थ्य। पीएम ने कहा कि सदन में हंसी मजाक टीका टिप्पणी होता रहता है लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि आज गौरवपूर्ण क्षण में हम जी रहे हैं।
उन्होंने कहा – ‘इतनी बड़ी भयंकर महामारी में बंटा हुआ विश्व, युद्ध से हो रहे विनाश के बीच कई देशों में अस्थिरता का माहौल है। कई देशों में भीषण महंगाई है। खाने-पीने का संकट है, बेरोजगारी है। इस स्थिति में भी देश को जिस तरह से संभाला गया है। इससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है।
पीएम ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारत्मकता है, आशा है, भरोसा बढ़ा है। आज हमें जी-20 समिट की अध्यक्षता करने का मौका मिला है। ये 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है। लेकिन मुझे लगता है कि इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है। ये लोग 140 करोड़ में नहीं आते हैं. ऐसे लोग खुद को देखें कि उनको दुख क्यों है?
मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि कल कुछ लोग उछल रहे थे। उन्होंने कहा कि कल कुछ लोग बोल रहे थे तो पूरा इकोसिस्टम उछल रहा था। कल नींद भी अच्छी आई होगी और शायद आज वे उठ भी नहीं पाए होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग तो ये भी कह रहे थे कि ये हुई न बात।
पीएम ने कहा कि कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें भारत की तरक्की दिख ही नहीं रही है। उन्हें 140 करोड़ लोगों के पुरुषार्थ और सामर्थ्य का फल नहीं नजर आ रहा है। आज भारत की समृद्धि में दुनिया अपनी समृद्धि देख रही है। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग निराशा में डूबे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि, स्टार्टअप के क्षेत्र में आज भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है। भारत आज मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। देश में 108 यूनिकॉर्न बने हैं। दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। लेकिन कुछ लोगों को ये नजर नहीं आ रहा है।
मोदी ने कहा कि देश में हर जगह आशा ही आशा नजर आ रही है, लेकिन कुछ लोगों को ये दिखता ही नहीं। पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को बार-बार सत्ता से बाहर होने की निराशा है। उनकी निराशा के पीछे जनता का बार-बार हुकुम है।
मोदी ने कहा कि यूपीए में बेरोजगारी दूर करने के वादे पूरे नहीं हुए थे। ये निराशा है। साल 2004 से 2014 तक अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई। इसकी निराशा है। दस साल से आतंकवादी हमले होते हैं, अब नहीं होते। इसकी निराशा है। जम्मू-कश्मीर से नॉर्थ ईस्ट तक हिंसा ही हिंसा होती थी। अब नहीं होती है। कुछ लोगों को इसकी भी निराशा है।