जनवरी 2022 के पहले दो दिनों में कोरोना के मामलें बढ़ने से स्वास्थ्य महकमें में हडकंप मचा हुआ है। 1 जनवरी को 2, 716 कोरोना के नये मामले आये थे। जिनमें से एक की मौत हो गयी थी। 2 जनवरी को 3,194 मामलें आये है जिनमें एक की मौत हो गयी है। डॉक्टरों का कहना है कि लगातार कोरोना के मामले बढ़ना ठीक नहीं है।
आई एम ए के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ अनिल बंसल का कहना है कि, कोरोना होने पर कोरोना का इलाज कराये, ना कि छिपाये। सरकार की नीतियों में बड़ा दिखावापन है। क्योंकि एक ओर तो सरकार सरकार सोशल डिस्टेंसिंग की बात करती है। वही हजारों की संख्या में रैलियां आयोजित कर रही है। जिसके कारण कोरोना का प्रसार हो रहा है।
एम्स के डॉ आलोक कुमार का कहना है कि कोरोना को लेकर घबरायें नहीं बल्कि सावधानी बरतें। क्योंकि कोरोना रोगी अब देश–दुनिया में आसानी से ठीक हो रहे है। ऐसे में बचाव के तौर पर मास्क लगाये और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। लोकनायक अस्पताल के डॉ अमित कुमार का कहना है कि लोगों में इस बात की अफवाहें फैलायी जा रही है कि कोरोना का कहर ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लेगा। इसलिये एक प्रकार डर फैलाया जा रहा है। जबकि सच्चाई तो ये है। कोरोना वायरस आम रोग की तरह होता जा रहा है। क्योंकि वैक्शीनेशन हो रहा है। लोगों की इम्युनिटी पावर डवलप हो रही है। लोग जागरूक हो रहे है।
वहीं आज 15-18 साल के किशोरों के टीकाकरण की शुरूआत हो रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि नये दिशा निर्देशों के अनुसार ,15-18 साल के किशोरों को सिर्फ कोवैक्सिन ही दिया जायेगा।