पूर्व उपप्रधानमंत्री देवी लाल अगर इसे देख रहे होंगे तो उनकी आत्मा ज़रूर दुखी होगी। हरियाणा में तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत इनेलो दो-फाड़ हो गयी है। पिछले कल पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश चौटाला ने पोतों सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय सिंह को इनेलो की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया और उसके बाद से ही पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है।
शनिवार को पार्टी में कई जिलों में दुष्यंत-दिग्विजय समर्थकों ने पार्टी छोड़कर नेतृत्व पर दबाव बनाने की कोशिश की ही। इस घटनाक्रम को देखकर यह भी लगता है कि २०१९ के लोकसभा चुनाव और कुछ महीने बाद होने वाले हरियाणा विधानसभा के चुनाव से पहले इनेलो नुक्सान वाली स्थिति में पहुँच गयी है।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को तुरंत प्रभाव से हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय सिंह को इनेलो की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद से ही पार्टी में बगावत जैसी स्थिति बन गयी है। उन्होंने दुष्यंत चौटाला को पार्टी की संसदीय समीति के नेतृत्व से भी हटा दिया था।
गौरतलब है कि दुष्यंत और दिग्विजय पर ७ अक्तूबर की गोहाना में आयोजित चौधरी देवी लाल के जन्म दिवस उत्सव रैली के दौरान अनुशासनहीनता, हुड़दंगबाजी और पार्टी नेतृत्व के विरुद्ध असंतोष फैलाने वाली नारेबाजी के आरोप लगाए गए थे। चौटाला का दावा है कि उन्होंने कार्रवाई अनुशासन कार्रवाई समीति की सिफारिशों पर के है लेकिन यह परिवार की जंग ज्यादा है।