हेलसिंकी। फिनलैंड की परिवहन और संचार मंत्री और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता सना मरीन (34) प्रधानमंत्री चुनी गई हैं। उनके मंत्रिमंडल में महिलाओं का ही वर्चस्व रहने वाला है क्योंकि महिलाएं ही पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं। सना मरीन दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री होंगी। इससे पहले एंटी रिने ने डाक हड़ताल से निपटने में नाकाम रहने पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसे देश में राजनीतिक उथल-पुथल का दौर माना जा रहा है।
मरीजन महज 27 साल की उम्र में महापौर चुनी गई थीं। इसी साल उनको जून में परिवहन और संचार मंत्री बनाया गया था। मरीन ने उम्र के सवाल पर पत्रकारों को बताया कि मैंने कभी अपनी उम्र और लिंगभेद के बारे में नहीं सोचा। मैं कुछ कारणों से सियासत में आई और लोगों का विश्वास भी जीता, आगे उसी ओर काम करना हैद्ध
फिनलैंड को मंदी से बाहर निकालने के वादे के साथ एंटी रिने के नेतृत्व में सोशल डेमोके्रटिक पार्टी ने अप्रैल में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। अब सरकार ने 700 डाक कर्मचारियों की मजदूरी में कटौती की योजना बनाई थी। इस फैसले के विरोध में डाक कर्मचारी बीते एक महीने से हड़ताल पर थे, जिसके बाद रिने को इस्तीफा देना पड़ा था।