श्रद्धा हत्याकांड मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है और इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को ट्रांसफर करने की मांग की जा रही हैं। याचिका में कहा गया है कि घटना 6 महीने पुरानी है और दिल्ली पुलिस मामले की सही जांच नहीं कर पाएगी। क्योंकि दिल्ली पुलिस के पास वैज्ञानिक और प्रशासनिक कर्मचारियों की कमी हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस मामले से जुड़ी जांच के प्रत्येक जानकारी मीडिया में दे रही है जिसकी कानून के अनुसार अनुमति नहीं है और दिल्ली पुलिस के पास इतने तकनीकी संसाधन भी नहीं है कि वे सबूतों और गवाहों को तलाश सकें।
आपको बता दें, 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर मुंबई की रहने वाली थी और लिव-इन-रिलेशनशिप में आफताब अमीन पूनावाला के साथ मुंबर्इ में ही रहती थी लेकिन बाद में दोनों दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। पुलिस के अनुसार ऑफताब ने इसी वर्ष मई के महीने में दिल्ली के महरौली में श्रद्धा की गला घोटकर हत्या की और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे।
मई में हत्या श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब उसकी बॉडी को रखने के लिए अगले दिन 300 लीटर का फ्रिज खरीद कर लाया था। और लगातार 18 दिन तक प्रत्येक रात करीब दो बजे श्रद्धा के शरीर के हिस्सों को ठिकाने लगाने के लिए जाता था।