उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और १४ जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है। शांति सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लगातार गश्त कर रही है। इधर राजधानी दिल्ली में नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है जिसे देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।
इधर दिल्ली में जामा मस्जिद से लेकर सीलमपुर सहित सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोदस्त किये गए हैं। उधर यूपी सरकार ने कहा कि लखनऊ, मेरठ, संभल, रामपुर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, कानपुर, मऊ और बुलंदशहर में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले ४९८ लोगों की पहचान की गई है। ये घटनाएं नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हुई हैं।
याद रहे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले आरोपियों से ही इसकी बसूली की जाएगी। यूपी पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाकर उन्हें वसूली नोटिस भेज रही है। सरकार ने धमकी दी है कि यदि जुर्माना नहीं चुकाया गया तो आरोपी की संपत्ति को कुर्क किया जाएगा।
पुलिस ने हिंसा को लेकर उपद्रवियों को सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चिन्हित किया है और इसी के आधार पर उन पर कार्रवाई शुरू की है। लखनऊ में हुई हिंसा के मामले में पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा लोग पश्चिम बंगाल के बताये गए हैं। पुलिस का कहना है कि लखनऊ हिंसा के लिए इन्हें बंगाल से बुलाया गया था।