दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली की गलियों में जिस तरीके से आरोप -प्रत्यारोप के दौर में जो घिनौनी राजनीतिक बयानों से की जा रही है उससे दिल्ली के मतदाता ही नहीं बल्कि यहां के स्थानीय लोगों में एक अजीब सा माहौल बनता जा रहा है ।दिल्ली में आप पार्टी और भाजपा के बीच जरूर मुकाबला दिख रहा है। पर कांग्रेस भी चुनाव में कोई भी मौका चूकना नहीं चाहती है वो भी इस बार चुनाव में भडकाउ तो नहीं पर भाजपा के विरोध में आप के आस पास खड़ी दिखती है।
जैसे आप के नेता मनीष सिसौदिया ने कहा कि वे जेएनयू और शाहीन बाग के लोगों के साथ है । तो कांग्रेस के दिल्ली प्रदेष अध्यक्ष सुभाष चोपडा ने देरी नहीें की उन्होंने कहा कि वे भी जेएनयू और शाहीन बाग के लोगों के साथ है। ऐसे में भाजपा के युवा नेता व सांसद प्रवेष साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि दिल्ली में जो भी शाहीन बाग और जेएनयू में हो रहा है उसमें आप पार्टी और कांग्रेस का हाथ है ऐसे में भाजपा को दिल्ली विधान सभा चुनाव में अगर भाजपा की सरकार आती है तो एक दिन के भीतर ही शाहीन बाग में बैठे लोगों को खदेड़ दिया जायेगा। वहीं केन्द्रीय वित राज्स मंत्री अनुराग ठाकुर ने तो दिल्ली की एक चुनावी सभा में कहा कि दिल्ली में शाहीन बाग में जो देश के गद्दार बैठे है उनको भगाना है और जोश ही जोश में कहा कि देश के गद्ददारों को तो चुनावी सभा उपस्थित लोगों ने कहा कि गोली मारो सालों को ।
हालांकि उनके बयानों को चुनाव आयोग ने संज्ञान में लिया है।दिल्ली के विधान सभा चुनाव में इसके पहले आरोप -प्रत्यारोप के दौर चलते थे पर इस बार तो धुव्रीकरण की राजनीति के चक्कर में पाकिस्तान और दो धर्मो के बीच का चुनाव दिल्ली में धूम मचा रहा है ।जैसा कि भाजपा से प्रत्याषी कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली को पाकिस्तान नहीे बनने देना है। इस पर भी दिल्ली की राजनीति में बवाल मचा था । हालांकि कपिल मिश्रा के बयान पर चुनाव आयोग ने संज्ञान ही नहीं लिया था बल्कि 24 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगायी थी।
दिल्ली विधान सभा चुनाव में इस बार पूरी तरह राजनीति धर्म की राजनीति के इर्द गिर्द हो रही है जिससे मतदाता के साथ साथ स्कूली बच्चों में भी ये चर्चा आम है कि दिल्ली में देश विरोधी तत्वों का जमावड़ा लोगों के कारण ही जेएनयू और शाहीन बाग में धरना प्रदर्षन चल रहा है।