हाल के दिनों में हैवानियत की दिल दहलाने वाली ख़बरें सामने आई हैं और अब एक नई घटना में राजधानी दिल्ली के आरके पुरम इलाके में 7 साल की बच्ची के साथ आरोपियों ने हैवानियत की तमाम हदें लांघ दीं। इस मामले में एक नर्स को गिरफ्तार किया गया है।
दरिंदगी की इस घटना में महिला पर आरोप है वह बच्ची से मारपीट करती थी। बच्ची के शरीर पर चोट के निशान स्कूल टीचर ने देखे, उसके बाद टीचर ने पुलिस को फोन किया। बच्ची ने पुलिस को बताया कि वो अपनी बुआ के साथ आर के पुरम में रहती है, कक्षा एक में पढ़ती है।
बची के आरोप के मुताबिक बुआ ने गोद लेने के बाद उसकी पहले ही दिन से पिटाई शुरू कर दी। उसे दिसंबर और जनवरी में सर्द रातों में बिना कपड़े के घर की छत और बालकनी में सुलाया गया। कोयले से जलाया और चाकू से उसकी जीभ काटी गयी। साथ ही उसे गर्म पतीले पर भी बिठाया गया। बची का आरोप है कि हर रोज उसकी पिटाई की जाती थी।
बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर 18 से ज्यादा चोटों के निशान हैं। पुलिस के मुताबिक पुरानी चोटों के भी काफी निशान बने हुए हैं। सफदरजंग अस्पताल में तैनात आरोपी नर्स रिश्ते में बच्ची की बुआ लगती है, लेकिन उसने बच्ची को गोद लिया था।
मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी नर्स और उसके पति को रुड़की से गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें आज (शुक्रवार) कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी। आरोपी नर्स रेनू कुमारी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में काम करती है। उसके पति का नाम आनंद कुमार है।
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वह ये पता लगा रही है कि रेनू ने जब मासूम बच्ची को गोद लिया था, तो फिर उसके साथ दरिंदगी और बेरहमी से मारपीट क्यों करती थी? आरके पुरम थाना पुलिस बच्ची के साथ मारपीट मामले में रेनू के बेटे जॉनी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।