दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली सरकार कई बार चेता चुकी है, लेकिन मामले थम नहीं रहे हैं। दिल्ली सरकार के दो मंत्री तो कह चुके हैं कि राजधानी में सामुदायिक संक्रमण शुरू हो चुका है, पर केंद्र सरकार मानने को तैयार नहीं हैं। उपमुख्सयमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि जुलाई के आखिर तक दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 5.5 लाख केस हो सकते हैं।
इस बीच, दिल्ली में सख्ती से लॉकडाउन लागू करने की मांग को लेकर हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार को निर्देश दिया जाए।
कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। इस मुलाकात के बाद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री से विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं, उससे यहां फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया जा सकता है।
देश में पहली बार संक्रमितों से ज्यादा हुए ठीक होने वाले मरीज
लॉकडाउन में ढील के बीच भारत में कोरोना के मामले जिस तेजी से बढ़ रह हैं, पर अच्छी बात यह है कि ठीक होने वालों की संख्या भी उसी तेजी से बढ़ रही है। देश में कोरोना के 2 लाख 86 हजार 579 संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं और 8,102 लोगों की जान अब तक ज चुकी है। देश में स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या पहली बार सक्रिय मामलों से ज्यादा हो गई है। केंद्रयी स्वास्थ्य मंत्रालय आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 1.41 लाख मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं, जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 1.37 लाख है। इस तरह देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रिकवरी दर लगभग 49.21% है। बता दें कि भारत, दुनिया में कोरोना वायरस से पांचवां सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन चुका है।