राजधानी दिल्ली में डेंगू के कहर से लोगों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। आलम ये है कि, सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिये बिस्तरों की कमी तक पड़ने लगी है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
अगर समय रहते स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो, आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो सकती है। दिल्ली के डाक्टरों का कहना है कि कोरोना अभी गया नहीं है। अब डेंगू का कहर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकता है।
बतातें चलें, राजधानी दिल्ली में गत महीनें पहले डेंगू से एक मरीज की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया था। लोगों को जागरूक करने के लिये जागरूकता अभियान भी चलाया है। लेकिन डेंगू के मामलों में निरन्तर बढ़ोत्तरी होती जा रही है। जो चिन्ता का विषय है।
सबसे गौर करने वाली बात तो ये है कि, गरीब मरीजों को सरकारी अस्पतालों में बिस्तर न मिलने के कारण उनको मजबूरी में एक पलंग पर 2-2 और 3-3 मरीजों के साथ इलाज कराना पड़ रहा है।
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल के डाँ आर दास का कहना है कि, “दिल्ली में डेंगू का स्ट्रेन -2 पाया गया है।जो काफी घातक माना जाता है। आई एम ए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल का कहना है। बचाव के तौर पर बुखार को नजर अंदाज ना करें। अपने घरों के आस-पास मच्छरों को जमा ना होनें दें।”