दिवाली पर दिल्ली में बड़े पैमाने पर पठाखे चलने के बाद प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुँच गयी है। दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में सुबह तक धुआं छाया हुआ था। वायु गुणवत्ता बहुत नीचे चले जाने के बाद लोगों ने गले में खराश और आंखों में जलन की शिकायत की है। यह सब तब हुआ जब दिल्ली सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था, हालांकि, पटाखे जमकर बिके भी और चले भी। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण का हवाला देते हुए दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया था।
दिल्ली में एक्यूआई दिल्ली 326, गाजियाबाद (यूपी) में एक्यूआई 301, नोएडा में 303, ग्रेटर नोएडा में 270 रहा जबकि गुरुग्राम में 325 और फरीदाबाद में 256 दर्ज किया गया। दिल्ली एनसीआर में दिवाली की रात में पटाखे चलाने के बाद आज सुबह दिल्ली- एनसीआर के 10 बड़े शहरों की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी पह पहुंच गई।
पर्यावरणीय चिंताओं और स्वास्थ्य कारणों के आधार पर दिल्ली सरकार ने पटाखे के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया था, हालांकि, यह ठुस साबित हुआ।
सरकार का कहना था कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा और छह महीने की जेल होगी। हालांकि, उसकी चेतावनी का कोई असर नहीं दिखा न कोई पुलिसवाला पठाखे चलने से लोगों को रोकता हुआ दिखा।
फिलहाल दिल्ली में मंगलवार को वातावरण में धुंआ भरा है और आँखों में जलन महसूस हो रही है। लोगों को गले में खराश और सिर दर्द की शिकायत करते हुए देखा जा सकता है।