राजधानी दिल्ली में कोविड-१९ वायरस से उपजे गंभीर हालात को लेकर गृहमंत्री अमित शाह की बुलाई बैठक शुरू हो गयी है। इस उच्च स्तरीय बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया और दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल, गृह सचिव अजय भल्ला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
देखना होगा कि बैठक में से क्या निकलकर सामने आता है। पिछले दिनों में दिल्ली में कोरोना इ मामलों में अचानक बड़ी संख्या में वृद्धि हुई है जबकि मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। यह आरोप है कि कोरोना को लेकर केंद्र और राज्य सरकार और एमसीडी प्रशासन में तालमेल का नितांत अभाव रहा है। एक मौके पर दिल्ली सरकार और एमसीडी के मौत के आंकड़ों में ही १४०० का अंतर था।
राजधानी का मामला इसलिए गंभीर है कि यहाँ शनिवार को जो आंकड़े जारी किये गए थे जिसमें बताया गया है कि एक ही दिन में २१३४ नए कोरोना मरीज मिले जिससे जिससे राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर ३८,९५८ हो गयी है। पिछले २४ घंटों में इसमें और बढ़ौतरी हुई होगी। दिल्ली में इस वायरस की चपेट में आने से अब तक १२७१ लोग जान गंवा चुके हैं जबकि १४९४५ मरीज स्वस्थ हुए हैं।
गृह मंत्री शाह शाम पांच बजे दिल्ली में कोरोना की हालत पर एक और बैठक करेंगे। इसमें दिल्ली नगर निगम के सभी मेयर उपस्थित रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के सीएम और उप राज्यपाल बैजल भी बैठक में रहेंगे। याद रहे दिल्ली में कोरोना के हालात गंभीर बने रहने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट तक केंद्र और दिल्ली सरकार को राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए वेंटिलेटर और अस्पतालों में बेड बढ़ाने के निर्देश दे चुका है।