दिल्ली में कांग्रेस ने सभी सीटों पर खुद चुनाव लड़ने और आप से कोइ समझौता न करने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस ने शुक्रवार कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से गठबंधन के लिए मना किए जाने के बाद वह अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इस तरह पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की बात मान्य होने बन गए हैं जो आप से किसी तरह का सम्झौटा नहीं चाहती थीं। वे खुद चुनाव में उतर सकती हैं।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक गुरुवार को हुई थी जिसमें आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न करने का फैसला हुआ है। कांग्रेस की बैठक मे दिल्ली की सात सीटों में से चार सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनी है। इनमें नई दिल्ली से अजय माकन, चांदनी चौंक से कपिल सिब्बल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से जेपी अग्रवाल और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट की लगभग पक्की संभावना है। जबकि पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों को लेकर पेंच फंसा है।
पार्टी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने कहा है कि जल्द ही दिल्ली की सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा – ”हम सहमति बनाने की कोशिश कर रहे थे। हमारी नीति है कि भाजपा को हराने के लिए अलग-अलग राज्यों में गठबंधन किय जाए। दिल्ली में भी यह सुझाव आया कि आप के साथ गठबंधन किया जाए और वह (कांग्रेस) तैयार भी है।”
चाको ने कहा कि निगम चुनाव में कांग्रेस और आप का कुल वोट ४७ प्रतिशत था। ”हम चाहते थे कि आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर लड़े। इस पर सहमति भी बन गयी थी। लेकिन आप की तरफ से यह बात आई कि हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में गठबंधन के लिए बात हो। दिल्ली की स्थिति और दूसरे राज्यों की स्थिति अलग है। परसों आप की तरफ से बयान आया कि गठबंधन नहीं हो रहा है। हम सिर्फ दिल्ली में गठबंधन के लिए तैयार हैं।”