राजधानी दिल्ली में कोरोना और ओमिक्रान के मामले बढ़ने के साथ ही अब सख्त पाबंदियों का सिलसिला शुरू हो गया है। नाईट कर्फ्यू के बाद मंगलवार को दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का फैसला कर लिया गया है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) आज दोपहर हुई बैठक में इसे लेकर फैसला किया है।
डीडीएमए की बैठक में यह फैसला होने का मुख्य कारण राजधानी में तेजी से बढ़ते कोरोना मामले हैं। सख्त फैसले की उम्मीद आज की बैठक से पहले की जा रही थी। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में कोविड का पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ है।
देखा जाए तो आज के फैसले के बाद श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना के तहत दिल्ली ‘लेवल 4’ (रेड अलर्ट) के प्रतिबंधों की स्थिति में पहुंच गई है। इसके तहत अधिकांश गतिविधियों पर रोक और कर्फ्यू लागू रहता है। कोविड के दौरान लगातार दो दिन तक संक्रमण दर पांच फीसदी से ज्यादा होने पर ‘रेड अलर्ट’ लागू किये जाने का प्रचलन रहा है।
इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज कहा कि राजधानी में दैनिक मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि ज्यादातर लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे या उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रान से संक्रमित किसी भी मरीज को दिल्ली के अस्पतालों में अब तक ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी है।
इस बीच टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा है कि भारत के बड़े शहरों में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले 50 प्रतिशत से भी अधिक हैं और पिछले एक सप्ताह में मामलों में तेज बढ़ोतरी वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की ओर इशारा करती है, जैसा कि कई अन्य देशों में देखा जा रहा है।