दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया 75,800 करोड़ रुपये का दिल्ली का आठवां बजट (2022-23) पेश किया। रेड टैब में दिल्ली का बजट लेकर संसद पहुंचे मनीष सिसोदिया ने रोजगार से संबंधित कई बड़े ऐलान भी किए।
बजट पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि, “बीतों सात सालों में आप पार्टी ने जो बजट पेश किए थे उनमें स्कूल में सुधार हुआ, बिजली के बिल ज़ीरो आए, मेट्रो का विस्तार हुआ, स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश, सुविधा फेस-लेस हुई जिसमें लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। और आज के बजट में युवाओं के लिए रोजगार दिया गया है इसलिए इसका नाम रोजगार बजट है।“
बजट की खास बात यह है कि अगले पांच साल में 20 लाख रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें वर्किंग पापुलेशन को 33 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी तक किया जाएगा।
आपको बता दे, फिलहाल दिल्ली में 55.87 लाख लोग ऐसे है जिनके पास रोजगार है जबकि आबादी 1.68 करोड़ है। यह दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले बहुत कम है। यदि हम लंदन की बात करे तो 58 फीसदी, न्यूयॉर्क में 52 फीसदी, सिंगापुर में 67 फीसदी, दिल्ली में 33 फीसदी लोगों के पास रोजगार है।
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि, कोरोना के दौरान महिलाओं की नौकरियां सबसे ज्यादा गर्इ है और रोजगार बाजार में 2.0 विशेष तौर पर महिलाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। आने वाले पांच सालों में बीस लाख रोजगार पैदा करने का लक्ष्य मुश्किल है लेकिन यह नामुमकिन नहीं है, यह लक्ष्य केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस से संभव है।