दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर दिल्ली में सियासी हलचल तेज होती जा रही है। आप पार्टी को दिल्ली नगर निगम में रोकने के लिये भाजपा और कांग्रेस एक सुर में आप पार्टी पर प्रतिदिन सियासी हमले कर रहे है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों दल इस होड़ में लगे है। कि कैसे आप पार्टी के बढ़ते प्रभाव को रोका जाये। क्योंकि दिल्ली में आप पार्टी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार होने से दोनों दलों भाजपा और कांग्रेस की राजनीति दिल्ली में न के बराबर चल रही है। ऐसे में भाजपा चाहती है कि दिल्ली में अगर जमीनी स्तर पर राजनीति करनी है। तो दिल्ली नगर निगम में भाजपा का होना जरूरी है। क्योंकि दिल्ली नगर निगम में भाजपा का पिछले 15 सालों से दबदबा है।
वहीं कांग्रेस आला कमान इस बार दिल्ली नगर निगम के चुनाव में हर हाल में जीत चाहती है। सो दिल्ली में अपने खोये हुये जनाधार को पाने के लिये जनसंपर्क अभियान तेज किये हुये है। दिल्ली की राजनीति के जानकार संजय गुप्ता का कहना है कि दिल्ली की राजनीति में अगर किसी को अपनी राजनीति चमकानी है। तो उसे दिल्ली नगर निगम के चुनाव में जीत जरूरी है। इसलिये कांग्रेस आलाकमान इस बार 2022 के दिल्ली नगर निगम के चुनाव में दिल्ली प्रेदश कांग्रेस के नेताओं और ब्लॉक स्तर के नेताओं से कह रही है। कि इस बार का 2022 का चुनाव कांग्रेस के लिये आर-पार का चुनाव है।
सो कांग्रेस के नेता एक साथ भाजपा और आप पार्टी पर जमकर हमला कर रहे है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव में दिल्ली नगर निगम में भाजपा पर हमला करने के लिये अच्छा मौका है। वहीं आप पार्टी पर भी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब दिल्ली नगर निगम से लेकर दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार में कांग्रेस की सरकार थी। तब दिल्ली में विकास हुआ था। जबसे कांग्रेस गयी है। तब से दिल्ली में विकास कार्य ठप्प है।