दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर दिल्ली की सियासत गरमायी

 

किसानों की महापंचायत में भाजपा पर किये हमले से दिल्ली की सियासत गरमा गयी है। अगले साल 2022 में दिल्ली नगर के चुनाव है। ऐसे में कांग्रेस, भाजपा और आप पार्टी सहित अन्य राजनीतिक दल अभी से ताना-बाना बुनने में लग गये है।

दिल्ली में अभी भाजपा का दिल्ली नगर की तीनों क्षेत्रों पर कब्जा है। दूसरे नंबर पर आप पार्टी है। ऐसे में अपनी ताकत बढ़ाने के लिये कांग्रेस पार्टी हर रोज कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता का मानना है कि दिल्ली में कांग्रेस की हालत कमज़ोर है। भाजपा का अगर मुकाबला हो सकता है तो आप पार्टी से, जबकि आप पार्टी के नेता दुष्यंत पाठक का मानना है कि भाजपा की वजह से दिल्ली नगर में भ्रष्ट्राचार बढ़ा है।

जिससे जनता दुखी है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का कहना है कि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो दिल्ली में विकास कर सकती है। खैर दिल्ली नगर निगम को लेकर अभी से दिल्ली के नेताओं के बीच अभी से आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेज़ है। सबसे बड़ी बात ये कि मुजफ्फर नगर में किसान पंचायत को लेकर गैर भाजपाई गदगद है और भाजपा की हालत दिन पर दिन कमज़ोर होती जा रही है। जो चुनावी समीकरण बदल सकती है।