राजधानी दिल्ली के मुंडका इलाके में एक व्यावसायिक इमारत में लगी आग में जिन्दा जल जाने वाले 27 लोगों के शव मिल गए हैं। कुछ लोग झुलसने से गंभीर हालत में हैं। अभी भी 19 लोगों का पता नहीं चल पाया है जबकि 50 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इस बीच पुलिस ने मामला दर्ज़ करके भवन में कम्पनी चला रहे दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि भवन का मालिक फरार हो गया है। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को घटना की मजिस्ट्रेट से जांच की घोषणा करते हुए कहा कि, मृतको के निकट परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा जबकि घायलों को 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक मुंडका मेट्रो स्टेशन से सटी एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में पिछली शाम आग लगी। आग लग जाने से 27 लोगों की जलकर मौत हो गई जबकि कई लोग झुलसने से काफी गंभीर हालत में हैं। अभी भी भवन में कई लोगों के फंसे होने की जानकारी है। फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँच गयी और आग बुझाने और फंसे लोगों को बचाने का काम किया।
एनडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन अभी जारी है और भवन के भीतर रह गए लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है हालांकि, उनके जिन्दा रहने को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
पुलिस ने घटना को लेकर भादंसं की धारा 304/308/120/34 के तहत मामला दर्ज किया है। कंपनी के गिरफ्तार मालिक वरुण और हरीश गोयल के पिता अमरनाथ गोयल की भी आग में झुलस कर मौत हो गई है।जब आग लगी उस वक्त मोटिवेशनल स्पीच चल रही थी। अमरनाथ वहां मौजूद थे जिससे वे आग में फंस गए और निकल नहीं पाए। काफी ज्यादा झुलसने से अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
जिस व्यावसायिक इमारत में आग लगी, उसमें ज्यादातर कंपनियों के कार्यालय थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक आग पहली मंजिल पर स्थित एक सीसीटीवी एंड राउटर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में लगी। रेस्क्यू में स्थानीय लोगों ने काफी मदद की।