राजधानी दिल्ली में आज से बाजारों के खुलने से दिल्ली वालों और बाजार वालों के चेहरे खिल गये है। लगभग डेढ़ महीने के बाद बाजारों के खुलने से व्यापारियों और लोगों ने बताया कि कोरोना के कहर के कारण व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप्प हो गयी थी। लोगों के बीच मायूसी थी कि कोरोना का कहर कब तक रहेगा। लेकिन कोरोना की रफ्तार कम होने से दिल्ली सरकार द्वारा लाँकडाउन को अनलाँकडाउन किया गया है।बाजारों में दुकानदारों ने खुशी के साथ अपनी दुकानें खोली और कोरोना से बचाव के सारे साधन अपनाये दुकानों में सेनेटाइजर ऱख कर मास्क लगाकर आने-जाने वाले ग्राहकों का स्वागत किया।
सरोजनी गगर मार्केट के अध्यक्ष अशोक रंधावा का कहना है कि कोरोना की रफ्तार कम होने से बाजारों के खुलने से व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने कहा कि अब उम्मीद करते है कि कोरोना का कहर अब दोबारा ना आये। सदर बाजार के अध्यक्ष राकेश यादव का कहना है कि कोरोना ने व्यापार को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। कनाँट पैलेस के व्यापारी संतोष और पवन अरोड़ा का कहना है कि वे व्यापारियों और ग्राहकों से अपील करते है। कि बिना मास्क लगाये ना तो दुकानों में बैठेगें और ना ही ग्राहकों को सामान बेचेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे ताकि कोरोना दोबारा से हमला ना कर सकें।
क्योंकि कोरोना से बहुत कुछ तबाह कर दिया है। करोलबाग बाजार में सामान खरीदने आये दीपक परमार ने बताया कि कोरोना के साथ ब्लैक फंगस के कहर से लोगों का जीवन तहस-नहस हो गया है। ऐसे में बाजार तो अब सरकार ने खोल दिये है। दुकानदारों , ग्राहकों को भी सावधानी बरतनें की जरूरत है। जिससे कोरोना फिर से हावी ना हो सकें।