किसान आंदोलन के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। बैठक में गृह सचिव और पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक वहां अर्ध सैनिक बल (सीआरपीएफ) को तैनात करने की तैयारी कर ली गयी है। दिल्ली में अभी भी कुछ जगह इंटरनेट बंद है जबकि नांगलोई में हिंसा होने की खबर है।
शाह ने किसान आंदोलन के दौरान आज दिल्ली में घाटी घटनाओं की जानकारी ली है। उधर आज सोशल मीडिया पर एक मैजेस वायरल हो गया जिसमें कथित रूप से यह कहा गया है कि सरकार ने 31 जनवरी तक दोबारा लॉक डाउन लगाने का फैसला किया है और किसी भी तरह के राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी। हालांकि, जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन के डिश निर्देशों को 31 जनवरी तक बढ़ाया गया है, लॉक डाउन नहीं लगाया गया है।
दिल्ली के नांगलोई में अभी भी किसानों और पुलिस के बीच तनाव बना हुआ है। वहां बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं। किसान ने आज ट्रैक्टर परेड की घोषणा की थी और वे लाखों की संख्या में इस समय दिल्ली पहुंचे हुए हैं।
उधर किसान आंदोलन के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। बैठक में गृह सचिव और पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं। शाह ने इस बैठक में राजधानी ने किसान आंदोलन के दृष्टिगत वर्तमान स्थिति की जानकारी ली है। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक वहां अर्ध सैनिक बल (सीआरपीएफ) को तैनात करने की तैयारी कर ली गयी है। पुलिस आज स्थिति संभालने में पूरी तरह नाकाम रही।
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ‘तहलका’ से बातचीत में कहा कि ‘उपद्रव करने वाले किसान नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के लोग हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन एंट्री प्वाइंट्स की दिल्ली पुलिस ने इजाजत दी थी उन्हें आज 12 बजे तक बंद रखा गया जिससे गड़बड़ हुई।
इससे पहले दोपहर में किसानों का एक बड़ा जत्था लाल किले पहुंचा था और वहां तिरंगे के साथ निशान साहिब और किसानों के झंडे भी लगा दिए थे। अब वहां से ाफी संख्या में किसान वहां से हट गए हैं।