कोरोना की रोकथाम को लेकर आम-जनमानस के साथ सरकारें भी कम लापरवाह नजर नहीं आ रही है। देश में कोरोना गत दिनों से 90 हजार का आंकड़ा पार कर रहा है और एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। फिर भी लोगों में कोरोना को लेकर ना डर देखा जा रहा है और ना चिंता ।
तहलका संवाददाता ने नोएडा और दिल्ली के कई इलाकों में देखा है, और लोगों से बात की है। पुलिस कनाँट पैलेस, आई एन ए और कुछ नामचीन जगहों पर बिना मास्क लगाये लोगों के चालान काट रही है पर वहीं कई इलाकों में कुछ लोग ऐसे है जो मास्क नहीं लगाये है उनको पुलिस रोक तक नहीं रही है। ऐसे में जो सही मायने में कोरोना को भगाने के लिये मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे है उनको दिक्कत हो रही है।
लाजपत नगर निवासी परम सिंघला का कहना है कि सरकार को सब पता है, कि कोरोना की रोकथाम को लेकर जो किया जा रहा है वो दिखावा है, क्योंकि कनाँट पैलेस और नामचीन जगहों पर 60 प्रतिशत लोग बिना मास्क के घूम रहे है। यहीं हाल नोएडा में साफ देखा जा सकता है यहां पर मैट्रो स्टेशनों के आस-पास तो पुलिस बिना मास्क लगाये लोगों के खिलाफ सख्त नहीं है । वहीं बाजारों, मंडियों और बस स्टैण्डों में कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करता नहीं दिखता है। नोएडा में बस स्टैण्ड में यात्रियों का कहना है कि वे मास्क को जेब में रख कर चलते है। अगर कहीं जांच होती देखी तो मास्क लगा लेते है। जाने- माने हार्ट रोग विशेषज्ञ डाँ अनिल ढ़ल का कहना है कि जब तक सही मायने में सरकार सख्ती नहीं करती है और लोग जागरूक होकर मास्क नहीं लगाते है तब तक ये कहना मुश्किल है, कि कोरोना कब तक काबू होगा, क्योंकि कोरोना भयंकर रूप में बढ़ रहा है जो चिंता की बात है।