राजधानी दिल्ली के फिल्मीस्तान इलाके में रविवार तड़के लगी भीषण आग की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिए हैं। उन्होंने मृतकों के निकट परिजनों को १०-१० लाख मुआवजे की घोषणा की है। इस घटना में अब तक ४३ लोगों की जान जाने की पुष्टि सरकारी स्तर पर की गयी है
उपहार सिनेमा अग्निकांड के बाद दिल्ली में यह आगजनी की सबसे बड़ी घटना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया और पूरी हालात की जानकारी ली। अभी भी घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लगी हुई है। यह कहा जा रहा है कि प्रशासन की नाक के नीचे आवेश रूप से और तमाम नियमों को ताक पर रखकर यह फैक्टरियां वहां चलाई जा रही हैं। जहाँ यह घटना हुई वह बहुत की संकरी जगह है जिससे राहत कार्य में बहुत दिक्कत आई। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम हटने से हुई है। अभी भी काफी लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से बहुत की हालत गंभीर है।
सीएम केजरीवाल ने उन्होंने मृतकों के निकट परिजनों को १०-१० लाख मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को १-१ लाख रूपये देने की भी घोषणा की गयी है। सीएम ने एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट माँगी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। आग में झुलसे कई लोग अभी भी गंभीर हालत में हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। मरने वालों में ज्यादातर मजदूर हैं।
जहाँ यह आग लगी वहां तीन-चार मंजीत के भवन में कपड़े, बाईंडिंग और प्लास्टिक का काम होता था। जिससे आग फैलने में मदद मिली। आग शार्ट सर्किट से लगी। धुंआ फैलने से वहां सोये लोगों का दम घुट गया और उनकी मौत हुई। जहाँ यह घटना हुई वह बहुत संकरी जगह है जिससे राहत कार्यों में बाधा हुई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह घटनास्थल का दौरा किया और एमएम हालात की जानकारी ली। उन्होंने घटना पर गहरा शोक जताते हुए इसे बड़ा हादसा बताया है। साथ ही घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच की रिपोर्ट केजरीवाल ने एक हफ्ते के भीतर मांगी है। साथ ही घटना में जान गंवाने वालों के निकट परिजनों को १-१ लाख राहत राशि देने का ऐलान किया है।
अभी भी आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। घटना के समय वहां सो रहे लोगों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें कोइ जानकारी अभी नहीं दी जा रही है और न आगे जाने दिया जा रहा है। बहुत से लोगों ने बताया कि उनके परिजन अभी तक लापता हैं और सरकारी स्तर पर उनकी कोइ जानकारी नहीं दी गयी है जिससे वे उनकी कुशलता को लेकर चिंता में हैं।
फिल्मीस्तान इलाके की अनाज मंडी में एक फैक्टरी में यह आग तड़के करीब पांच बजे लगी। आग बुझाने का कार्य एक घंटा पहले पूरा हो गया जिसके बाद एमसीडी मलबा हटाने का काम कर रही है। मरने वालों में ज्यादातर मजदूर बताये गए हैं जो वहां सोये थे। जिन लोगों की अग्निकांड में मौत हुई उनमें से ज्यादातर वे हैं जिन्हें बचाने के लिए वहां से निकाला गया था उनमें से माना जाता है ज्यादातर की पहली ही दम घुटने से मौत हो चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने ४३ लोगों के मरने की पुष्टि की है। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है। जानकारी के मुताबिक जिन लोगों को बचाया गया है उनमें भी कई बहुत बुरी तरह जल चुके हैं। सफ़दरजंद अस्पताल में ही भर्ती लोगों की संख्या काफी है।
करीब ३० फायर टेंडर आग बुझाने में लगे रहे । जहाँ आग लगी वहां जगह काफी संकरी है। आसपास के काफी मकानों को खाली करवा लिया गया है। आग तीन मकानों में लगी जिनमें कपड़े, बाईंडिंग और प्लास्टिक का काम होता था।
दिल्ली के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली तो यह नहीं बताया गया जहाँ आग लगी है उसमें लोग भी फंसे हैं। बताया कि अनाज मंडी में आग लगी लेकिन उसमें लोग भी फंसे हैं। उनके मुताबिक ५६ लोगों को बहार निकाला गया और अस्पताल भेजा गया। बहुत से लोगों की मौत अस्पताल में जाकर हुई।
बहुत से लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। करीब चार घंटों के आपरेशन के बाद जाकर इन लोगों को बाहर निकाला जा सका। अभी तक ४३ लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की जा चुकी चुकी है। कई लोग बुरी तरह जल चुके हैं जिनकी हालत गंभीर है। मरने वालों की सही संख्या बाद में ही पता चलेगी।