दिल्ली में भाजपा को झटका लगा। है उसके दलित सांसद उदित राज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उदित दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले जिन्होंने राज को पार्टी में शामिल करने को हरी झण्डी दिखा दी। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उदित राज ने आरोप लगाया – ”भाजपा में गूंगे- बहरे बने रहना पड़ता है।”
राज टिकट न मिलने से भाजपा से नाराज थे और उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा में दलितों के लिए कोइ सम्म्मान नहीं है। इससे पहले भाजपा के इटावा से दलित सांसद अशोक दोहरे और बहराइच की दलित सांसद सावित्री बाई फुले भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
उदित राज दिल्ली के उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से दुबारा टिकट न मिलने से नाराज थे। अब राज ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद बने राज को इस बार टिकट नहीं मिला जिसके बाद से वह खुलकर नाराजगी जाहिर कर रहे थे। उदित राज का टिकट काटकर भाजपा ने पंजाब के गायक हंसराज हंस को टिकट दिया है।
दिल्ली की उत्तर पश्चिम संसदीय सीट से सांसद उदित राज ने मंगलवार को दावा किया था कि उन पर भाजपा छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है।
उदित राज ने कांग्रेस में शामिल होने – ”जब २०१८ में एससी-एसटी संशोधन पर बंद आयोजित हुआ, मैंने विरोध किया। इसलिए ही पार्टी नेतृत्व संभवतया मुझसे नाराज हो गया। जब सरकार की तरफ से कोई भर्ती नहीं हो रही, तो क्या मुझे इस मुद्दे को नहीं उठाना चाहिेये था? मैं दलितों के मुद्दों को उठाता रहूंगा।”
टिकट नहीं मिलने की आशंका को देखते हुए भाजपा सांसद उदित राज ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकांउट पर अपने नाम से पहले ”चौकीदार” शब्द हटा लिया था हालांकि कुछ समय बाद दोबारा लगा लिया था। अब बुधवार को वो कांग्रेस में शामिल हो गए।