दक्षिण अफ्रीका के तीन देशों में कोरोना के नये स्वरूप पाये जाने से स्वास्थ्य महकमें में हडकंप मच गया है। एम्स सहित देश के जाने-माने डाँक्टरों का कहना है कि, देश में कोरोना का कहर तो नहीं है। लेकिन कोरोना तो है। इस लिहाज से हमें अब और सावधान रहने की जरूरत है।
आईएमए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल का कहना है कि, जो लोग पहले से कोरोना संक्रमित हो चुके है। उनको दक्षिण अफ्रीका में आये नये स्वरूप से संक्रमण का खतरा हो सकता है। अभी तक नये स्वरूप– बी1.1529 के बारे में सही-सही जानकारी नहीं है।
एम्स के डाँक्टर आलोक कुमार का कहना है। कि कोरोना को लेकर जरा सी लापरवाही घातक हो सकती है। इसलिये मुंह में मास्क लगाकर ही घर से निकलें और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकें।
लोकनायक अस्पताल के डाँ ए आर कुमार ने बताया कि दिल्ली में जागरूकता के चलते कोरोना के मामलें कम आ रहे है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम लापरवाह हो जाये। उनका कहना है। अप्रैल-मई में जो कोरोना का कहर आया था। उसके बाद अब फिर से कोरोना के बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है।
बताते चलें, देश में मौजूदा समय में तीन समस्या विकराल रूप धारण किये हुये है, जिनमें डेंगू का कहर, वायु प्रदूषण का कहर जो लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहा है। अब फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों को ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य महकमें में हडकंप मचा दिया है। जिसके चलते लोगों में डर और भय है। कि कहीं कोरोना का कहर लोगों के जीवन में मुशीबत ना डाल दें। इसलिये सावधानी जरूर अपनायें।