चुनाव आयोग ने बुधवार को पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के लिए चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। आयोग के मुताबिक त्रिपुरा में 16 फरवरी जबकि मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को मतदान होगा। तीनों के नतीजे 2 मार्च को निकलेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज एक मीडिया कांफ्रेंस में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। कुमार ने कहा – ‘इन राज्यों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज़्यादा रही है। महिला वोटरों की संख्या भी ज्यादा है। हम 11 से 14 जनवरी तक तीनों राज्यों के दौरे पर थे। हमने उन लोगों के लिए एडवांस नोटिस का प्रावधान बनाया है, जो 17 के हो गए हैं, लेकिन 18 साल के नहीं हुए हैं, ताकि 18 साल का होते ही उन्हें वोटर कार्ड मिल जाए और उनका नाम जुड़ जाए।’
इन तीनों राज्यों में ऐसे 10 हज़ार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। तीनों राज्यों में 9000 से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे। इनमें 376 ऐसे होंगे जो पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित होंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा – ‘इस बार 2.28 लाख नए वोटर जुड़े हैं और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां चुनाव के बाद और पहले हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती हैं। हाल ही में दो राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां ऐसी कोई हिंसा चुनाव के दौरान नहीं हुई है।
चुनाव के तारीखों की घोषणा के साथ ही तीनों राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई. नागालैंड विधानसभा का कार्यकाल 12 मार्च को समाप्त हो रहा है, वहीं मेघालय और त्रिपुरा की विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमश: 15 और 22 मार्च को समाप्त हो रहा है। तीनों राज्यों की विधानसभाओं में 60-60 सीटें हैं।
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में इस साल सबसे पहले विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। त्रिपुरा में भाजपा की सरकार है, वहीं नागालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी सत्ता में है जबकि मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सरकार है। एनपीपी पूर्वोत्तर की एकमात्र पार्टी है, जिसे राष्ट्रीय दल के तौर पर मान्यता हासिल है।