दुनिया भर की करीब आधी आबादी इन दिनों घरों में कैद है। कोरोना का खौफ बरकरार है। पूरे विश्व में करीब 12 लाख कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। 2.50 लाख से ज़्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं और 64 हज़ार से ज़्यादा की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से लड़ने और बचने के तरीके अलग-अलग देशों में अलग-अलग हैं।
भारत में लॉकडाउन के साथ ही सामाजिक दूरी को अपनाया गया। शायद इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं था। यहां पर टेस्ट की सीमित उपलब्धता है, साथ ही सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पहले से ही चरमराई हुई है। गरीबी और कुपोषण के मामले पहले से ही हैं। ऐसे में लॉकडाउन ने नई तरह की तमाम परेशानियों को जन्म दे दिया है। लोग घरों में भी ऊबने लगे हैं। गुस्सा बढ़ रहा है। बेरोजगारी का खतरा भी मंडरा रहा है, ऐसे में अब घरेलू हिंसा के बाद क्राइम की खबरें भी सामने आने लगी हैं। वेस्ट यूपी के बाद इलाहाबाद में गोली मारकर हत्या किये जाने का ताजा मामला सामने आया है।
पाकिस्तान सीमा पर लगातार गोले बरसा रहा है। इसमें कुछ जनहानि की भी सूचना है। कश्मीर में आतंकी भी सक्रिय हैं। शनिवार को ही चार आतंकी मारे गए। इतना ही नहीं अयोध्या में मंदिर में बड़ी तादाद में श्रद्धालु जुटने का वीडियो भी वायरल हुआ है। सड़कों पर पसरे सन्नाटे के बीच गुजरात में भीषण सड़क हादसा हुआ है, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई। ये कुछ ऐसी घटनाएं हैं, जो लॉकडाउन के विफल साबित होने का संकेत दे रही हैं।
इसलिए अब लगता नहीं है कि लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद आगे बढ़ेगा। हालांकि एयर इंडिया ने 30 अप्रैल तक किसी भी तरह की बुकिंग नहीं करने का एलान किया है। ट्रेन के टिकट ज़रूर ऑनलाइन बुक हो रहे हैं क्योंकि सबकुछ तो बंद ही है। आगे सशर्त छूट मिलने के आसार बन रहे हैं।
इस बीच, यूपी के नोएडा में धारा-144 को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। बता दें कि यूपी में नोएडा के बहुत से इलाके और सोसायटियां सील कर दी गई हैं क्योंकि इन जगहों पर कोरोना वायरस के संक्रमित लोग पाए गए हैं। दिल्ली से सटे नोएडा के गांवों में भी संक्रमण फैलने की आशंका है, इसलिये सख्ती यहाँ लंबे समय तक कायम रह सकती है।