राजनाथ सिंह गुरूवार को स्वदेशी विमान तेजस में उड़ान भरने वाले देश के पहले रक्षा मंत्री हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना में शामिल स्वदेशी विमान तेजस से उड़ान भरने के बाद कि उनके लिए यह एक अनोखा अनुभव था।
गौरतलब है कि तेजस को तीन साल पहले भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। इस विमान का अपग्रेडेड वर्जन भी वायुसेना में शामिल होने की तैयारी में है। गुरूवार की उड़ान के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंबग करीब आधा घंटा विमान में रहे। इस विमान को बनाने वाले हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को ८३ तेजस विमानों के लिए करीब ४५ हजार करोड़ रुपए मिलेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वायुसेना को अपने आने वाले अमोर्चे के लिए ८३ और एलसीए मार्क १ की जरूरत है। वहीं सैन्य विमानन नियामक सेमिलैक से तेजस को फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (एफओसी) मिल जाने के बाद हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लि. भारतीय वायु सेना को इस साल के आखिर तक १६ तेजस विमान देगी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह २८ सितंबर को भारत के कीव-स्तर के विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर अरब सागर में पूरा दिन बिताएंगे। इससे पहले उसी दिन आईएनएस खंडेरी को नौसेना में शामिल किया जाएगा।
आज की उड़ान के बाद राजनाथ सिंह ने इसे एक अनोखा अनुभव बताया। उन्होंने वायुसेना की सराहना करते हुए कहा कि देश के स्पार गर्व है।