इस साल भौतिकी में विशेष योगदान पर नोबेल पुरस्कार के लिए फ्रांस के वैज्ञानिक एलैन आस्पेक्ट, अमेरिका के जॉन एफ क्लॉज़र और ऑस्ट्रेलिया के एंटन ज़ीलिन्गर को चुना गया है। उन्हें क्वांटम फिजिक्स में विशेष योगदान के लिए यह पुरस्कार मिला है।
नोबल पुरस्कार समिति ने मंगलवार को बताया कि इन तीनों को यह पुरस्कार उलझे हुए फोटोन, बेल इनीक्वेलिटी को एस्टेबलिश करने और क्वांटम इंफोर्मेशन की शुरुआत करने के लिए दिया गया है। एलैन आस्पेक्ट फ्रांस की पेरिस यूनिवर्सिटी से हैं जबकि जॉन एफ क्लॉज़र अमेरिका और एंटन ज़ीलिन्गर ऑस्ट्रेलिया के वियना से हैं।
एलैन, क्लॉज़र और एंटन ने उलझे हुए क्वांटम स्टेट्स पर बेहद महत्वपूर्ण प्रयोग किये। उलझे हुए क्वांटम स्टेट में दो पार्टिकल एक यूनिट की तरह व्यवहार करते हैं, तब भी जब उन्हें अलग कर दिया जाए। इन एक्सपेरिमेंट्स के नतीजों ने क्वांटम जानकारी पर नए नतीजों के लिए रास्ता साफ किया है।
आने वाले समय में अन्य विषयों में काम करने वाले लोगों को भी नोबेल पुरस्कार दिए जाएंगे। याद रहे स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित हो रहे वीक में सबसे पहले फिजियोलॉजी/मेडिसिन कैटेगरी में पुरस्कार का ऐलान किया गया था। इस बार का मेडिसिन का नोबेल स्वीडन के स्वांते पाबो को दिया गया है। विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित खोजों के लिए स्वांते पाबो को मेडिसिन के लिए नोबेल दिया गया है।