प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद दिल्ली लौट आये हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
पीएम ने इस मौके पर कहा – ‘मैं जितने भी नेताओं से मिला और जिन सभी हस्तियों से मैंने बात की वे मंत्रमुग्ध थे। जितनी कुशलता के साथ भारत जी 20 की अध्यक्षता कर रहा है, उसके लिए उन्होंने भारत की सराहना की। यह सभी भारतीयों के लिए बहुत गर्व की बात है।’
मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने समय का इस्तेमाल देश की भलाई के लिए किया। वहीं आलोचकों पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हीं लोगों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान अन्य देशों को टीके देने के फैसले पर सवाल उठाए थे।
पीएम ने कहा – ‘याद रखें, यह बुद्ध की भूमि है, यह गांधी की भूमि है। हम अपने दुश्मनों की भी फिक्र करते हैं, हम करुणा से भरे लोग हैं। दुनिया भारत की कहानी सुनने के लिए उत्सुक है और भारतीयों को कभी भी अपनी महान संस्कृति तथा परंपराओं के बारे में बात करते हुए गुलाम मानसिकता नहीं रखनी चाहिए, बल्कि साहस के साथ अपनी बात रखनी चाहिए।’
पीएम ने कहा कि दुनिया उनकी इस बात से सहमत है कि देश के धार्मिक स्थल पर कोई भी हमला स्वीकार्य नहीं है। पीएम ने अपने दौरे के दौरान जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया और जापान के हिरोशिमा गए। पापुआ न्यू गिनी पहुंचे, किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के उस हिंद-प्रशांत देश की यह पहली यात्रा थी। इसके बाद पीएम ऑस्ट्रेलियाई गए।