तीन तलाक बिल राज्य सभा में भी पास हो गया है। मंगलवार को इस बिल पर ऊपरी सदन में हुई बहस के बाद इस पर हुए मत विभाजन में बिल के हक़ में ९९ और विरोध में ८४ वोट पड़े। इस तरह यह बिल अब राज्य सभा में भी पास हो गया है।
इस तरह इस बिल को राज्य सभा में पास करवाने के लिए सरकार की रणनीति सफल रही। भाजपा ने सोमवार को ही अपने सदस्यों को व्हीप जारी करके बिल के समय सदन में उपस्थित रहने को कहा था। आज राज्य सभा में तीन तलाक़ बिल राज्यसभा से पास हो गया। बिल के समर्थन में ९९ और विरोध में ८४ वोट पड़े।
आज सदन में बिल पर चर्चा के लिए चार घंटे का समय तय किया गया है। राज्यसभा में बिल पास कराने के लिए मोदी सरकार की राह तब आसान होती दिखी जब जदयू और एआईएडीएमके ने वॉकआउट कर दिया। इन दोनों के वॉकआउट के बाद राज्यसभा में सदस्यों की संख्या २१३ रह गई।
गौरतलब है कि विपक्ष के विरोध के बावजूद लोकसभा में ये बिल आसानी से पास हो गया था। तब भी जेडीयू ने वोटिंग नहीं की थी। वहीं द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन ने लोकसभा में तीन तलाक विधेयक का समर्थन करने को लेकर अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी पार्टी अन्नाद्रमुक की शुक्रवार को आलोचना की और आरोप लगाया कि वह भगवा पार्टी की विचारधारा अपना कर उसका ”क्लोन”बन गई है।