तीन तलाक बिल मंगलवार को राज्यसभा में पेश कर दिया गया। इसपर करीब चार घंटे बहस होगी। सरकार के मैनेजर्स अन्य दलों के समर्थन पुरजोर कोशिश कर रहे हैं हालांकि, उसकी साथी जेडीयू के अलावा वाईएसआरसीपी ने भी इस बिल के विरोध का ऐलान किया है। कांग्रेस सहित यूपी के ज्यादातर सहयोगी पहले से बिल के कुछ प्रावधानों के खिलाफ हैं।
तीन तलाक बिल पर बीजेडी ने सरकार के साथ का ऐलान किया है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्य सभा में पेश किया। सरकार के प्रबंधकों को उम्मीद है कि विधेयक को संसद के ऊपरी सदन में भी पास करवा लिया जाएगा। एनडीए की सहयोगी जेडीयू इस बिल का सख्त विरोध कर रही है। कांग्रेस और टीएमसी ने सरकार के घेरने के लिए अपने सांसदों को आज विप जारी किया है। भाजपा ने सोमवार को ही अपने सांसदों को विप जारी कर दिया था।
बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी लोकसभा में मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को निचले सदन से मंजूरी दिला दी गई थी, लेकिन राज्यसभा में यह पास नहीं हो पाया था। सरकार एकसाथ तीन तलाक देनेवाले मुस्लिम पुरुषों के लिए जेल की सजा का प्रावधान करने वाले इस बिल को लोकसभा में पास करवा चुकी है। आज यह बिल राज्यसभा में पेश किया गया है जिसपर जोरदार बहस शुरू हो गयी है। बाद में इसपर वोटिंग हो सकती है।