उत्तर प्रदेश में हिंदू समाज पार्टी के मुखिया कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में २४ घंटे के भीतर गुजरात एटीएस ने सूरत से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके अललवा दो और संदिग्धों को भी पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। अभी तक की सूचना के मुताबिक इन तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। तिवारी की शुक्रवार को हत्या कर दी गयी थी।
यूपी के डीजीपी के मुताबिक यह पुरानी नाराजगी (२०१५ ) का मामला है। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें मौलाना मोहसीन शेख, फैजान और खुर्शीद अहमद शामिल हैं। दो अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, हालांकि उन्हें अब छोड़ दिया गया है। बिजनौर से दो मौलानाओं को भी हिरासत में लिया गया है।
पुलिस को आशंका है कि तिवारी की हत्या २०१५ में उनके एक भड़काऊ भाषण की वजह से की गयी हो सकती है। अपने इस भाषण में तिवारी पर एक धर्म को लेकर टिप्पणी का आरोप है। दो मुख्य आरोपी अभी फरार हैं जिन्हें तलाश करने की पुलिस पूरी कोशिश कर रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो हत्यारों की पहचान की गई है। हत्याकांड में पांच लोगों का हाथ होने की आशंका है। एसआईटी मोबाइल फोन रेकॉर्ड की मदद से भी गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि हत्यारों ने मिठाई के डिब्बे में हथियार लाकर तिवारी का मर्डर किया था। यह हत्या
लखनऊ में तिवारी के दफ्तर में शुक्रवार दोपहर की गयी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए थे।