तालिबान ने अपना क्रूर चेहरा दिखाते हुये गुरुवार रात अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति और पंजशीर में तालिबान विरोधी मोर्चे के नेता अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह की हत्या कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा करते हुए कहा गया है कि मारने से पहले उन्हें काफी टार्चर किया गया है। याद रहे अमरुल्लाह सालेह की बहन की भी 1996 में तालिबान ने अपहरण करने के बाद हत्या कर दी थी।
अभी तक सालेह की तरफ से या तालिबान इस घटना की पुष्टि नहीं की गयी है लेकिन मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हत्या करने से पहले तालिबान ने रोहुल्लाह सालेह को बहुत टार्चर भी किया। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाकों ने पंजशीर में बीती रात अमरुल्लाह सालेह की बर्बरता के साथ हत्या कर दी।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि गुरुवार रात तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें तालिबान लड़ाकों ने सालेह के बड़े भाई को पकड़ लिया और उन्हें बर्बरता के साथ टार्चर किया गया। इसके बाद उनकी निर्मम तरीके से ह्त्या कर दी गयी। इस पूरी घटना की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बता दें तालिबान अब पंजशीर पर सम्पूर्ण कब्जे का हैं, हालांकि उनकी विरोधी पंजशीर की रेसिस्टेंस फ़ोर्स ने इसे गलत बताया है। माना जा रहा है कि पंजशीर में अभी भी भीषण लड़ाई दोनों के बीच चल रही है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जिस जगह से अमरुल्ला सालेह ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि वह अभी भी पंजशीर में है, वहीं पर उनके भाई की हत्या की है। एक तस्वीर भी वहां सोशल मीडिया पर वायरल हुई है जिसमें तालिबान को उस जगह खड़ा दिखाया गया है, जहाँ की सालेह की वीडियो है। यह एक पुस्तकालय है।
कुछ रिपोर्ट्स में यह कहा गया है कि खुद अमरुल्ला सालेह पंजशीर छोड़कर ताजिकिस्तान चले गए हैं। ऐसी रिपोर्ट्स पहले भी आई थीं। लेकिन सालेह ने हाल में कहा था कि वे पंजशीर में ही रहेंगे और कहीं नहीं जा रहे। अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह तालिबान के विरुद्ध लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। अमरुल्लाह सालेह दुनिया से तालिबान सरकार को मान्यता नहीं देने की अपील कर चुके हैं।