तालिबान सरकार के गठन के 24 घंटे के भीतर काबुल में बुधवार को पांच पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सभी पत्रकार एक ही अखबार के हैं। दिलचस्प यह है कि यह सभी पत्रकार तालिबान ने गिरफ्तार किये हैं।
जानकारी के मुताबिक जिन पांच पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है वे काबुल से निकलने वाले दैनिक अखबार एतिलातरोज के हैं। अभी यह साफ़ नहीं है कि उन्हें किस कारण से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, इस घटना से यह संकेत मिलता है कि तालिबान ऐसे मीडिया के प्रति सख्ती कर सकता है जो उसके हिसाब से न चले।
कहने को तो तालिबान ने यह कहा था कि मीडिया को पहले की तरह काम करने दिया जाएगा लेकिन एतिलातरोज के पत्रकारों की गिरफ्तारी से जाहिर होता कि यह सच नहीं है। वैसे भी तालिबान ने अभी तक यही कहा है कि मीडिया को आलोचना करने का अधिकार है लेकिन वह किसी का चरित्र हनन नहीं कर सकता।
तालिबान के पिछले शासन में भी मीडिया को स्वतंत्र नहीं रखा गया था और उस दौर में भी उनपर गिरफ्तारियों की तलवार लटकती रहती थी। हत्यायें तक हुई थीं। वर्तमान में अफगानिस्तान में महिलाएं और दूसरे लोग तालिबान का विरोध कर रहे हैं जिससे तालिबान चिंतित है क्योंकि विश्व मीडिया में इसकी ख़बरें छप रही हैं। तालिबान को लगता है कि जो छवि वह अपनी बनाना चाहता है वह बन नहीं रही है। यही कारण है कि मीडिया जब सरकार विरोधी घटनाओं की ख़बरें छपेगा तो उसे परेशानी होगी।