अफगानिस्तान से 20 साल के बाद अमेरिका और नाटो देशों की फौज इसी माह पूरी तरह से वापस आ जाएंगी। इसी बीच, अफगानिस्तान में तालिबान का दबदबा तेजी से बढ़ता जा रहा है। रोजाना नए-नए इलाकों में उसके लड़ाके कब्जे करते जा रहे हैं। इससे अफगान सुरक्षा बलों में खौफ बढ़ गया है साथ ही लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल है। इस बीच, तालिबान कुंदुज प्रांत की राजधानी में भी कब्जा कर लिया है।
इसी बीच, अब अमेरिका में अफगानिस्तान में अफगान सुरक्षा बल के समर्थन में अपने लड़ाकू विमान एफ-16 एस को भेजकर तालिबान के इलाकों में बम बरसाकर उसे तहस-नहस करने की कोशिश की है। कई इलाकों और इमारतों को जमींदोज कर दिगया गया है। इस दौरान करीब 1000 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की खबर है। बम बरसाए जाने से एक स्कूल की इमारत को भी नुकसान पहुंचा है।
अमेरिका के बी-52 बमवर्षक विमानों ने अफगानिस्तान के जावजान प्रांत की राजधानी शेबेरगन में तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसमें 200 से अधिक लड़ाके मारे गए। वहीं, पिछले 24 घंटे में देश में 572 लड़ाकों के मारे जाने की खबर है। इसके अलावा सैकड़ों लोग घायल हुए और कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। इससे ठीक एक दिन पहले ही तालिबान ने दो प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर अपनी धाक को और मजबूत कर लिया था।
अफगानिस्तानी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता फवाद अमान ने शनिवार देर रात ट्वीट कर बताया कि अमेरिकी बमवर्षक विमानों ने शाम जावजान प्रांत की राजधानी शेबरगन और हेलमंद के लश्करगाह में तालिबानी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें 200 से अधिक लोग मारे गए। हवाई हमले में बड़ी मात्रा में आतंकवादियों के हथियार, गोला-बारूद और 100 से अधिक वाहन नष्ट हो गए।
प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिकी विमानों को निमरोज, जावजान, कंधार, हेरात, लश्करगाह और हेलमंद प्रांतों पर तालिबान की पकड़ कमजोर करने के लिए भेजा गया है। तालिबान ने दक्षिण-पश्चिमी प्रांत निमरोज और उत्तरी प्रांत जावजान और अब कुंदुज पर भी अपना कब्जा जमा लिया है।